10 Lines Short Stories With Moral In Hindi: बच्चों की कहानी

बच्चों के नैतिक विकास के लिए छोटी-छोटी कहानियाँ (Short Moral Stories) बहुत महत्वपूर्ण होती हैं। और आज के इस ब्लॉग पोस्ट 10 Lines Short Stories with Moral in Hindi में, हम 10 पंक्तियों में संक्षिप्त लेकिन प्रभावशाली नैतिक कहानियों का संग्रह प्रस्तुत कर रहे हैं। 

इनमें समय का महत्व, झूठ की सजा, असली मित्र की पहचान, और जैसी करनी वैसी भरनी जैसे मजेदार नैतिक कहानियाँ शामिल हैं। ये कहानियाँ न केवल मनोरंजक हैं, बल्कि बच्चों को नैतिकता और अच्छे व्यवहार की ओर प्रेरित करती हुयी उन्हें सही और गलत का अंतर समझने में मदद करेगी। 

तो आइए, इन प्रेरणादायक कहानियों (Short Story in Hindi with Moral) के माध्यम से बच्चों को जीवन के महत्वपूर्ण सबक सिखाएँ और उन्हें सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करें।

10 Lines Short Stories with Moral in Hindi: बच्चों के लिये नैतिक कहानी

तो दोस्तों, यह रहे 10 Lines Short Stories with Moral in Hindi जो आपके बच्चों को नैतिकता, ईमानदारी और सच्ची मित्रता का महत्व भी समझाएँगी और उन्हें जीवन के महत्वपूर्ण सबक सिखाएँ।

1. समय का महत्व (10 Lines Short Stories with Moral in Hindi for Class 1)

समय का महत्व (10 Lines Short Stories with Moral in Hindi for Class 1)

  1. एक बार की बात है, एक चिड़िया और एक चीटी में बहुत दोस्ती थी। 
  2. चिडिया बहुत आलसी थी और वहीं चीटी अपना काम समय पर करती थी और दिन रात मेहनत करती रहती थी। 
  3. बरसात का मौसम आने वाला था। चीटी ने दिनरात मेहनत करके बहुत सारा खाना इकट्ठा कर लिया था। 
  4. चीटी ने चिड़िया से भी कहा बरसात का मौसम आने वाला है तुम अपने लिए और अपने बच्चों के लिए भी खाना इकट्ठा कर लो जिससे तुम्हें कोई भी परेशानी नहीं होगी। 
  5. पर चिडिया ने चीटी की बात पर कोई ध्यान नहीं दिया। 
  6. कुछ दिनों के बाद बरसात का मौसम आ गया। तेज बारिश की वजह से चिडिया अपने घोसले से बाहर नहीं निकल पा रही थी और चिडिया के बच्चे भूख से रोने लगे। 
  7. बच्चों को रोता देखकर चीटी को दया आ गई। उसने चिडिया को बुलाया और कहा मेरे बिल में बहुत सारा खाना रखा है। तुम ले जा सकती हो। 
  8. चीटी ने चिडिया को यह भी समझाया कि अगर तुमने मेरी बात मान ली होती तो आज तुम्हें और तुम्हारे बच्चों को भूखा नही रहना पडता। 
  9. तब चिड़िया ने अपनी गलती मानते हुए कहा कि अब मैं समय का महत्व समझूंगी। 
  10. मैं अपना काम समय पर करूंगी और मैं कभी भी आलस नहीं करूंगी। 

कहानी की सीख (Moral of the Story)

इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें समय पर अपना कार्य करना चाहिए। हमें समय को यूँ ही व्यर्थ नहीं गवाना चाहिये बल्कि समय का सही उपयोग अपने भविष्य के तैयारी के लिये करना चाहिये।


2. मां की प्यारी सीख (10 Lines Moral Stories for Kids in Hindi)

मां की प्यारी सीख (10 Lines Moral Stories for Kids in Hindi)

  1. चेतन अपनी मां के साथ एक बहुत अच्छे घर में रहता था। वह बहुत अच्छा लड़का था और सदा अपनी मां का कहना मानता था। 
  2. चेतन की मां बहुत अच्छे पकवान बनाती थी। चेतन को पकवान खाना बहुत पसंद था। 
  3. एक दिन चेतन की मां ने बहुत बढ़िया कुकीज बनाकर एक बड़े जार में रख दी और फिर बाजार चली गई। 
  4. बाजार जाने से पहले चेतन की मां उसको कह गई थी कि अपना गृहकार्य समाप्त करने के बाद वह कुकीज खा सकता है। यह सुनकर चेतन बहुत खुश हुआ। 
  5. उसने जल्दी से अपना गृहकार्य समाप्त करके अपनी मां के लौटने से पहले ही कुकीज खानी चाही। इसीलिए वह एक स्टूल पर चढ़ गया। 
  6. फिर उसने जार के अंदर हाथ डालकर ढेर सारी कुकीज निकालने की कोशिश की, पर जार का मुंह छोटा होने के कारण वह अपना हाथ बाहर नहीं निकाल सका। 
  7. उसी समय उसकी मां बाजार से लौट आई। जब उसने चेतन को देखा तो वह हंसने लगी और अपने बेटे चेतन से कहा। चेतन हाथ से ढेर सारी कुकीज छोड़कर केवल दो या तीन कुकीज हाथ में पकड़कर हाथ बाहर निकालो। 
  8. मां की बात मानकर जब उसने सिर्फ दो कुकीज हाथ में पकड़ी, तब वह आसानी से अपना हाथ बाहर निकाल सका। 
  9. तब उसकी मां ने प्यार से कहा, ऐसा करने से तुमने क्या सीखा?
  10. चेतन ने कहा, मैंने सीखा है कि किसी भी चीज का लालच अच्छी बात नहीं है। हमें हर चीज उतनी ही लेनी चाहिए, जितनी हमें जरूरत हो।

कहानी की सीख (Moral of the Story)

लालच बुरी बला है। हमें हमेशा जरूरत के अनुसार ही चीजे लेना चाहिए, क्योंकि अधिक चाहने से परेशानी हो सकती है। संतोष और संयम से ही जीवन सुखमय बनता है।


3. झूठ की सजा, एक छोटी सी कहानी (10 Lines Short Stories with Moral in Hindi)

झूठ की सजा, एक छोटी सी कहानी (10 Lines Short Stories with Moral in Hindi)

  1. चार दोस्त थे। चारों को पढ़ाई करना बिल्कुल भी पसंद नहीं था। चारों पूरी पूरी रात पार्टी करते रहते थे। 
  2. एग्जाम के पहले दिन भी वह पार्टी कर रहे थे और इसीलिए उन्होंने सोचा कि वह टीचर के पास जाकर उनसे झूठ कहेंगे और एग्जाम बाद में कभी दे देंगे। 
  3. पार्टी करने के बाद दूसरे ही दिन चारों दोस्त टीचर के पास गए और टीचर से झूठ बोलने लगे कि कल रात हम एक शादी में गए थे और शादी से घर लौटते समय हमारी गाड़ी का टायर पंक्चर हो गया। 
  4. गाड़ी में एक्सट्रा टायर नहीं था इसीलिए हमें गाड़ी को धक्का मारते मारते घर तक लेकर आना पड़ा। 
  5. हम कल रात इतना थक गए थे कि आज एग्जाम देने की हालत में नहीं है तो क्या हम एग्जाम बाद में दे सकते हैं? 
  6. टीचर ने उनकी बात सुनी और उनसे कहा कि तुम एग्जाम कल दे सकते हो। चारों यह सुनकर बहुत ही खुश हो गए और घर जाकर पढ़ाई करने लगे। 
  7. दूसरे दिन चारों एग्जाम देने पहुंचे। टीचर ने उन्हें अलग अलग क्लासरूम में बिठाया। 
  8. Question paper में सिर्फ दो ही प्रश्न थे। पहला तुम्हारा नाम क्या है और दूसरा कि गाड़ी का कौनसा टायर पंक्चर हो गया था। 
  9. चुकि चारों ने झूठ कहा था इसीलिए चारों के उत्तर अलग अलग थे। 
  10. इस प्रकार से टीचर ने उनका झूठ पकड़ लिया। 

कहानी की सीख (Moral of the Story)

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि झूठ बोलना बुरी बात है। इसीलिए हमें झूठ कभी नहीं बोलना चाहिए।


4. लालची दूधवाला की कहानी (10 Lines Short Stories with Moral in Hindi for Class 5)

लालची दूधवाला की कहानी (10 Lines Short Stories with Moral in Hindi for Class 5)

  1. एक छोटे से गांव में एक दूधवाला रहता था। वह बहुत ही लालची था। 
  2. वह हर रोज नदी पार करके शहर में अपने ग्राहकों को दूध बेचता था। 
  3. शहर जाते समय वह नदी का पानी अपने दूध में मिलाकर अपने ग्राहकों को बेचता था और बहुत सारे पैसे कमाता था। 
  4. देखते ही देखते वह अमीर आदमी बन गया। 
  5. एक दिन वह अपने बेटे की शादी मनाने के लिए सारे ग्राहकों के पास पैसे लेने गया। 
  6. सारे पैसे इकट्ठा हो जाने के बाद उन पैसों से उसने नए कपड़े और नए गहने खरीदे। 
  7. शहर से लौटते समय उसकी नाव एक पत्थर से टकराई और उलटी हो गई। उसने देखा कि उसके सारे नए कपड़े और गहने पानी में डूब गए। 
  8. यह देखकर बेचारा बहुत ही उदास हुआ और रोने लगा। 
  9. तब अचानक पानी में से एक आवाज आई। रोते क्यों हो? जो भी तुमने गवाया है, वह तुमने बेईमानी से ही तो कमाया था। 
  10. यह सुनकर दूध वाले को अपनी गलती का एहसास हुआ। 

कहानी की सीख (Moral of the Story)

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि लालच बुरी बात है।


5. असली मित्र की पहचान (10 Lines Short Stories with Moral in Hindi for Nursery)

असली मित्र की पहचान (10 Lines Short Stories with Moral in Hindi for Nursery)

  1. एक बार एक केकड़ा समुन्द्र किनारे अपनी मस्ती में चला जा रहा था।
  2. बीच बीच में वह रुक कर अपने पैरों के निशान देख कर खुश हो रहा था। 
  3. वह आगे बढ़ता, पैर के निशान देखता, और अपने बने डिजाइन देखकर और भी खुश होता। 
  4. इतने में एक लहर आई और उसके पैरों के सब निशान मिट गए। 
  5. इस पर केकड़े को बहुत ही गुस्सा आया।
  6. उसने लहर से बोला, लहर, मैं तो तुझे अपना मित्र मानता था, पर तूने क्या किया? 
  7. मेरे बनाए सुंदर पैरों के निशान को मिटा दिया। अरे कैसे दोस्त हो तूम? 
  8. तब लहर बोली – वो देखो, पीछे से मछुआरे लोग पैरों के निशान देखकर ही तो केकड़े को पकड़ रहे हैं। 
  9. मित्र, तुमको वे पकड़ न ले, बस इसीलिए मैंने तुम्हारे पैरों के निशान को मिटा दिया था। 

कहानी की सीख (Moral of the Story)

इस छोटी सी कहानी से हमें यह शिक्षा मिलता है कि सच यही है कि हम सामने वाले की बातों को समझ नहीं पाते और अपनी सोच के अनुसार उसे गलत समझ लेते हैं। अतः मन में बैर लेने से बेहतर है कि हम सोच समझकर निष्कर्ष निकाल लें। 


6. जैसे को तैसा (Bedtime Stories for Kids in Hindi with Moral)

जैसे को तैसा (Bedtime Stories for Kids in Hindi with Moral)

  1. किसी जंगल में एक सारस और लोमड़ी रहते थे। धीरे धीरे उन दोनों में मित्रता हो गई। लोमड़ी बहुत चालाक थी पर सारस बहुत सीधा था। 
  2. एक दिन लोमड़ी ने सारस से कहा – मित्र कल तुम्हें मेरे घर पर भोजन करना है। सारस ने उसका निमंत्रण स्वीकार कर लिया। 
  3. अगले दिन सारस लोमड़ी के घर पहुंचा। लोमड़ी ने खीर बनाई थी और उसे दो फैली थालियों में परोसा था। 
  4. दोनों मित्र खीर खाने बैठे। लोमड़ी थोड़ी ही देर में खीर चट कर गई परन्तु बेचारा सारस अपनी लम्बी चोंच से खीर न खा सका और भूखा ही रह गया। 
  5. उसने मन ही मन में लोमड़ी से अपने इस अपमान का बदला लेने का निश्चय किया। 
  6. कुछ दिनों के बाद एक दिन सारस ने लोमड़ी से कहा – बहन कल तुम हमारे घर खाने पर आना। 
  7. लोमड़ी ने खुशी खुशी उसका निमंत्रण स्वीकार कर लिया और अगले ही दिन उसके घर पहुँच गई। 
  8. सारस ने खीर बनाई और दो लम्बी गर्दन वाले बर्तनों में खीर परोसी। 
  9. सारस अपनी लंबी चोंच से खीर चट कर गया, लेकिन लोमड़ी न खा सकी और भूखी रह गई। 
  10. वह अपने पिछले व्यवहार पर बहुत शर्मिंदा हुई।

कहानी की सीख (Moral of the Story)

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि आप दूसरों के साथ जैसा व्यवहार करते हो, वैसा ही बदले में पाते हो। इसलिए हमेशा दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए।


7. जैसी करनी वैसी भरनी (Short Moral Story in Hindi for Kids)

जैसी करनी वैसी भरनी (Short Moral Story in Hindi for Kids)

  1. एक रात तीन चोरों ने एक अमीर आदमी के घर से बहुत सारे पैसे चुराए। उन्होंने पैसे एक बैग में डाले और जंगल चले गए। 
  2. उन्हें बहुत भूख लगी हुई थी, इसलिए उनमें से एक चोर भोजन खरीदने के लिए पास के गांव में चला गया। अन्य दो चोर पैसे के थैले की देखभाल करने के लिए जंगल में ही रह गए। 
  3. भोजन के लिए गया चोर ने तरकीब निकाली। उसने एक होटल में अपना खाना खाया। फिर उसने जंगल में अपने दो साथियों के लिए भोजन खरीदा और उस खाने में जहर मिला दिया। 
  4. उसने सोचा वे दोनों इस जहरीले भोजन को खाएंगे और मर जाएंगे और मुझे अपने लिए बहुत सारा पैसा मिल जाएगा। 
  5. इस बीच जंगल में दोनों चोरों ने भोजन के लिये गये अपने साथी को मारने का फैसला किया। 
  6. उन्होंने सोचा कि वे पैसे को उन दोनों के बीच बांट देंगे। उन तीनों दुष्टों ने अपनी क्रूर योजनाओं को अंजाम दिया। 
  7. जो चोर अपने लिए सारा पैसा चाहता था। वह जहरीले भोजन के साथ जंगल में आया। 
  8. उसके पहुंचते ही जंगल में रूके उन दोनों चोर ने भोजन लेकर आये चोर को मार डाला। 
  9. फिर उन्होंने जहरीला खाना खाया और वो दोनो भी मर गए। 
  10. इस प्रकार तीनों दुष्टों को उनके किए की सजा मिल गई। 

कहानी की सीख (Moral of the Story)

लालच और धोखे का परिणाम हमेशा बुरा होता है। बुरे काम करने वालों को अंततः उनके किए की सजा मिलती है। हमें सदैव ईमानदार और नेक रहना चाहिए।


8. बुरे कर्मों का बुरा फल (10 Line Ki Kahani with Moral)

बुरे कर्मों का बुरा फल (10 Line Ki Kahani with Moral)

  1. एक गांव में एक बौद्ध भिक्षु रहता था, जो भिक्षा मांगकर गुजारा करता था। 
  2. एक दिन वह एक बूढी औरत के घर भिक्षा मांगने आया। 
  3. बूढी औरत ने उसे पिछली रात का बचा हुआ बासी खाना दे दिया। 
  4. अगले दिन बौद्ध भिक्षु फिर बूढी के घर भिक्षा मांगने आया। 
  5. बूढी औरत ने बौद्ध भिक्षु को फिर आया देखकर उसको गुस्सा आया।
  6. तो बूढी औरत ने बासी खाने में जहर मिलाकर बौद्ध भिक्षु को दे दिया। 
  7. खाना लेकर लौटते समय रास्ते में बौद्ध भिक्षु को एक भूखा आदमी दिखा।
  8. फिर बौद्ध भिक्षु ने वह खाना उस भूखे आदमी को दे दिया। 
  9. खाना खाते ही वह आदमी मर गया। 
  10. वह आदमी और कोई नहीं बल्की उसी बूढी औरत का बेटा था। 

कहानी की सीख (Moral of the Story)

बुरे कर्मों का फल बुरा ही होता है और यह बोया पेड़ बबूल का तो आम कहां से होय कहावत तो यथार्थ साबित करता है। बूढ़ी औरत ने जहर देकर गलत काम किया, जिसका दुष्परिणाम उसे अपने ही बेटे की मौत के रूप में भुगतना पड़ा। हमेशा अच्छे कर्म करने चाहिए, क्योंकि बुराई का अंजाम बुरा ही होता है।


9. पछतावे का दर्द – छोटी कहानी, बडी सीख (4, 5 Lines Short Emotional Stories with Moral in Hindi)

पछतावे का दर्द - छोटी कहानी, बडी सीख (4, 5 Lines Short Emotional Stories with Moral in Hindi)

  1. एक बच्चा नई कार पर पेन से स्क्रेच कर रहा था। 
  2. यह देखते ही उसके पापा ने उसके गाल पर एक जोरदार थप्पड़ मार दिया। 
  3. बच्चा कमजोर था इसलिये थप्पड़ की मार से वह बेहोश हो गया और हास्पीटल में उसकी मौत हो गई। 
  4. पिता को अपनी गलती का पछतावा हो रहा था। 
  5. अचानक उसकी नजर कार की स्क्रेच पर पड़ी। 
  6. गौर से देखा तो कार पर उसके बेटे ने अंग्रेजी में लिखा था, I Love You Papa.

कहानी की सीख (Moral of the Story)

प्यार रिश्तों से करना चाहिए, चीजों से नहीं, क्योंकि चीजें तो आती रहती हैं।


10. प्यासा कौआ की कहानी (Short Story for Kids in Hindi with Moral)

प्यासा कौआ की कहानी (Short Story for Kids in Hindi with Moral)

  1. एक बार एक कौआ बहुत प्यासा था। 
  2. वह पानी की खोज में इधर उधर घूमने लगा। 
  3. अचानक उसने घर के पास एक घड़ा देखा। 
  4. घड़े में पानी बहुत कम था। 
  5. कौवा अपने चोंच से पानी पीने की कोशिश करने लगा। 
  6. मगर उसकी चोंच में पानी की एक बूंद भी नहीं आ रही थी। 
  7. थोड़ी देर सोचने के बाद उसे एक उपाय सूझा। 
  8. उसने आस पास पड़े कुछ कंकड़ देखे और उन्हें अपने चोंच से उठाकर एक एक कर घड़े में डालने लगा। 
  9. कंकड़ भरने से घड़े का पानी खुद ही धीरे धीरे ऊपर आ गया और कौवे ने अपनी प्यास बुझाई।
  10. पानी पीकर वह कौआ उड़ गया।

कहानी की सीख (Moral of the Story)

समस्या का समाधान सोच-समझकर और धैर्य से किया जा सकता है। मुश्किलों का सामना करने के लिए हमें बुद्धिमानी और धैर्य का सहारा लेना चाहिए, जैसे कौवे ने घड़े में कंकड़ डालकर पानी पिया।


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Rakesh Dewangan

मेरा नाम राकेश देवांगन है। Hindi Kahani ब्लॉग वेबसाइट पर मेरा उद्देश्य हिंदी में प्रेरक, मजेदार, और नैतिक कहानियों के माध्यम से पाठकों को मनोरंजन और शिक्षित करना है। मेरी कोशिश है कि मैं उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री प्रदान करूँ जो लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए। आपके समर्थन से, मैं अपने इस सफर को और भी रोमांचक और सफल बनाने की उम्मीद करता हूँ।

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