10 Best Chudail Ki Kahani In Hindi: चुड़ैल की कहानी हिंदी में

बच्चों की कहानियाँ अक्सर रोमांच और कल्पना से भरी होती हैं, और जब बात चुड़ैल की कहानियों की हो, तो डर और उत्सुकता का अनोखा संगम होता है। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम विभिन्न चुड़ैल की कहानियों (Chudail ki Kahani in Hindi) को प्रस्तुत करेंगे जो बच्चों को रोमांचित करेंगी। 

ये कहानियाँ डरावनी होते हुए भी मनोरंजन और सीख से भरी हैं। चाहे वह जंगल में रहने वाली रहस्यमयी चुड़ैल की कहानी हो, या फिर गाँव में आने वाली भयानक चूड़ैल की कथा, इन चुड़ैल की कहानियों (Short Horror Story for Kids in Hindi) के माध्यम से बच्चों को एक नया अनुभव मिलेगा। 

तो आइए, इन रोमांचक और रहस्यमयी हिंदी में चुड़ैल की कहानियों की दुनिया में कदम रखें और आपके बच्चों को चुड़ैलों के डरावने कारनामों से रूबरू कराये।

10 Best Chudail ki Kahani in Hindi: चुड़ैल की कहानी हिंदी में

10 Best Chudail ki Kahani in Hindi चुड़ैल की कहानी हिंदी में (2)

तो दोस्तों, यह रहे 10 डर और रोमांच से भरे हिंदी में चुड़ैल की कहानियाँ जो निश्चित रूप से आपके बच्चों के लिए एक अनोखा और दिलचस्प अनुभव होंगी।

1. चुड़ैल और दुर्गा माँ की कहानियाँ (Hindi Chudail ki Kahaniyan)

एक लड़की जो दुर्गा माता की बहुत बड़ी भक्त थी वो रोज सुबह उठकर दुर्गा माता की आरती और पूजा करती थी। एक दिन सुबह उठकर लड़की रोज की तरह दुर्गा माता की पूजा और आरती कर रही थी तभी उसकी सौतेली मां आई और बोली अरे करमजली सिर्फ पूजा ही करती रहेगी की घर का काम काज भी करेगी।

तब लड़की बोली, नहीं मां, मैं पूजा खतम करके घर का सारा काम कर दूंगी। फिर लड़की पूजा खतम करके घर के काम में लग गई। लड़की ने बरतन मांजे और कपड़े धोए। घर का सारा काम खत्म करते करते शाम हो गई। सुबह से लड़की ने कुछ खाया भी नहीं था। फिर भी लड़की ने घर का सारा काम खत्म कर दिया। 

जब लड़की ने सारा काम खत्म कर दिया, तब उसने सोचा कि काम तो मैंने खत्म कर दिया, अब थोड़ा कुछ खा लेती हूं। और लड़की खाना खाने लगी। तभी उसकी सौतेली मां फिर से आई और उसे खाना खाता देख बोली, जल्दी खाना खाले, तुझे तो सिर्फ खाने को ही पड़ी रहती है, जल्दी कर। अभी तुझे बहार जाना है कुछ सामान लेने।

लड़की बोली, ठीक है मां और उसकी सौतेली मां वहां से चली गई। तब लड़की थोड़ा बहुत खाना खाकर उठ गई और सौतेली मां के पास गई और बोली, मां बताइए कि क्या लाना था बाहर से। 

तब सौतेली मां बोली, बनिया की दुकान से चावल, दाल और तेल भी लेना है। तभी सौतेली मां ने लड़की को पैसा दिए और बोली जल्दी जाओ। लड़की ने पैसा लेकर घर से बाहर निकल गई। 

सामान लेने के लिए बनिया का दुकान भी बहुत दूर था। अब लड़की चलते चलते थक चुकी थी और रात भी हो चुकी थी, लेकिन फिर भी लड़की चले जा रही थी। चलते चलते उसे एक पीपल का पुराना पेड़ दिखा और लड़की वहीं पर रुक गई। 

तभी पीपल के पेड़ से एक चुड़ैल निकली और लड़की चुड़ैल को देखकर बहुत डर गई। तभी चुड़ैल बोली, अरे लड़की तू इतनी रात को कहां से आई है? और लड़की बोली, मेरी मां ने दुकान से सामान लेने को भेजा था। तब चुड़ैल बोली, तू चाहे जिसके लिए भी बाहर निकली हो पर मैंने तुझे देख लिया है अब मैं तुझे मार डालूंगी।

इतना बोलते ही चुड़ैल ने लड़की को मारने के लिए अपने दोनों हाथ उठाए। तभी लड़की ने दुर्गा माता को पुकारा और बोली माता रानी मेरी रक्षा करो। बस लड़की ने जैसे इतना बोला कि दुर्गा माता तुरंत वहां प्रगट हो गई और बोली बेटी मैं तुम्हारी रक्षा करूंगी। 

तब चुड़ैल बोली, तुम्हारी माता रानी मेरा कुछ नहीं कर पाएगी। फिर दुर्गा माता ने चुड़ैल को कहा मैं तुम्हें अपनी शक्ति से जला दूंगी। तभी चुड़ैल लड़की को मारने के लिए दौड़ी। फिर तुरंत दुर्गा माता ने अपने त्रिशूल से चुड़ैल का सर काट दिया और अपनी शक्ति से चुड़ैल को जला दिया। 

और इस तरह दुर्गा माता ने अपने भक्त की जान बचा ली। तभी लड़की बोली, मेरी माता रानी मुझे दर्शन देकर मेरी जान बचा ली आपने। मैं बहुत खुश किस्मत हूं। और माता ने लड़की को आशीर्वाद देकर वहां से गायब हो गई।


2. कुएं वाली चुड़ैल की कहानी (Chudail ki Kahani in Hindi)

एक गांव में सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन कुछ दिनों से रात होते ही उस गांव के एक कुएं से डरावनी डरावनी आवाज आने लगती थी।

एक दिन एक घर में रामू और उसकी पत्नि रौशनी रहते थे तो रामू बोला, अरे सुनती हो। गांव वाले कह रहे थे कि गांव के पुराने कुएं से रात को डरावनी डरावनी आवाजें आती हैं।

पत्नि बोली, क्या आप भी उन गांव वालों की बातों पर आ जाते हो?

इतना ही कह कर दोनों सो जाते हैं। कुछ देर के बाद ठीक ही 12:00 बजे लड़की की रोने की आवाज आने लगती है। यह सुनकर। रामू अपने पत्नि से कहता है, अरे सुनो। यह कैसी आवाज आ रही है?

तभी रामू की पत्नि बोली, हां जी! कहीं गांव वाले सही तो नहीं कह रहे थे। 

इस तरह दोनों उठकर बैठ जाते हैं। 

रामू की पत्नि बोली, रुको, मैं देखकर आती हूं। 

रामू कहता है, पागल हो गई हो क्या? इतनी रात को भले तुम अकेले वहां क्यों जाओगी? मैं भी साथ में चलूंगा। 

रामू की पत्नि बोली, ठीक है जी, तो चलो।

दोनों कुंवे की तरफ चल दिए। रौशनी आगे होती है और रामू पीछे होता है। रौशनी जैसे ही कुएं के पास जाती है उसे चुड़ैल कुएं में खींच लेती है। उसे देखकर रामू तेजी से भागकर गांव वालों के पास जाता है और उन्हें सारी बातें बता देता है। गांव वाले रामू की बातों को सुनकर सब गांव के सरपंच के पास जाते हैं तो रामू सरपंच को सारी बातें बता देता है।

सरपंच कहता है, अच्छा! तो चलो हम सब पंडित के पास जाते हैं। वही इसका कुछ उपाय बताएंगे। 

सब लोग पंडित के पास जाते हैं और वे लोग पंडित को सारी बातें बता देते हैं। फिर पंडित बोला, तुम सब चिंता मत करो। तुम सब रात को उसी कुएं के पास जाना मैं वही रहूंगा।

अगली रात को सब वही कुएं के पास जाते हैं। वहां पंडित भी वहीं होता है और यज्ञ में लगा होता है। सब वहां जाकर बैठ जाते हैं। कुछ समय बाद पंडित कहता है, यह चुड़ैल बहुत शक्तिशाली है। इसका एक ही उपाय है कि तुम सबको मैं एक मंत्र दे रहा हूं इसका जाप करो।

पंडित जी जो मंत्र देते हैं सब वह मंत्र का जाप करने लगते हैं। कुछ देर बाद वहां पर हनुमान जी भगवान प्रकट हो जाते हैं और हनुमान भगवान को देखकर चुड़ैल भी कुएं से बाहर आ जाती है। उसके बाद हनुमान भगवान अपनी तिव्र शक्ति से चुड़ैल का खात्मा कर देते हैं। 

और अंत में रामू की पत्नी रौशनी भी चुड़ैल के चंगूल से सही सलामत छूट जाती है और उस गांव में फिर से शांति और खुशहाली आ जाती है।


3. बच्चों को मारने वाली चुड़ैल (Hindi Chudail ki Kahani)

गांव में एक बहुत ही खतरनाक चुड़ैल रहती थी। वह चुड़ैल पूरे गांव के बच्चों को बहुत ही ज्यादा परेशान करती थी। वह चुड़ैल हमेशा बच्चों को ही अपना शिकार बना लेती थी। 

इससे गांव वाले बहुत ही ज्यादा परेशान हो गए और वह बहुत ही ज्यादा सोचने लगे कि हम लोगों का क्या होगा। यह चुड़ैल तो हमारा जीना तंग करती है। 

तभी गांव के सभी लोग मिलकर के एक साधू के पास जाते हैं और उस साधू बाबा से यह सारी समस्याएं बताते हैं। तब वह बाबा एक जादुई खंजर बना करके गांव वालों को दे देते हैं और कहते है कि इस चाकू से चुड़ैल पर अगर प्रहार किया जाए तो चुड़ैल का खात्मा संभव है। 

तभी पूरे गांव वालों ने मिलकर प्लानिंग बनाया और एक बच्चे को पिजड़े में रख करके चुड़ैल को आने का इंतजार करते हैं। जब चुड़ैल आती है तो एक साहसी व्यक्ति खंजर उठाता है और चुड़ैल को मार देता है। 

जब चुड़ैल को मारता है तो चुड़ैल तुरंत ही मर जाती है और गांव के सभी बच्चे खुशहाल जीवन जीने लगते हैं।


4. जंगल की दयालु चुड़ैल (Chudail Story in Hindi)

एक घने जंगल में एक चुड़ैल रहती थी जिसका नाम निशा था। लेकिन निशा बाकी चुड़ैलों की तरह नहीं थी। वह दयालु और मददगार थी। वह हमेशा दूसरों की मदद करना चाहती थी और अपने जादू का उपयोग अच्छे कामों के लिए करती थी। 

एक दिन निशा जंगल में घूम रही थी तभी उसे एक छोटा खरगोश मिला जो घायल था। निशा ने तुरंत अपने जाडू से उड़ान भरी और घर से जड़ी बूटियों का बैग ले आई। उसने अपनी जादुई जड़ी बूटियों से खरगोश का इलाज किया और उसे ठीक कर दिया। खरगोश खुश होकर निशा का धन्यवाद करते हुए चला गया। 

फिर एक दिन गांव में एक बड़ी समस्या आई। गांव के सारे तालाब सूख गए थे और लोगों को पानी की बहुत कमी हो गई थी। गांव वाले बहुत चिंतित थे और सोच रहे थे कि अब क्या किया जाए। 

निशा ने यह सुना और तुरंत मदद के लिए आगे आई। उसने अपनी जादुई किताब से एक मंत्र पढ़ा और आकाश में बादल बुलाए। थोड़ी ही देर में बारिश शुरू हो गई और तालाब फिर से भरने लगे। गांव वाले बहुत खुश हुए और निशा का धन्यवाद करने लगे। 

निशा की दया और मदद के किस्से पूरे जंगल में फैल गए। अब लोग उससे डरने के बजाय पसंद करने लगे थे। वह जहां भी जाती लोग उसका स्वागत करते और उसके अच्छे कामों की सराहना करते। 

एक दिन जंगल में एक भयंकर आग लग गई। सभी जानवर भागने लगे और पेड़ जलने लगे। निशा ने देखा और तुरंत अपने जादुई झाड़ू पर सवार होकर आग बुझाने के लिए उठ गई। उसने अपने जादू से पानी की बारिश करवाई और आग को बुझा दिया जिससे सभी जानवर और पेड़ बच गये। 

इस घटना के बाद जंगल के सभी जानवर और गांव वाले निशा को अपने दिल से दयालु चुड़ैल मानने लगे। उन्होंने उसकी बहुत इज्जत की और हमेशा उसकी मदद के लिए आभारी रहे।


5. बच्चो की दोस्त चुड़ैल (Chudail Horror Story in Hindi)

चंदनपुर गांव में एक डरावनी चुड़ैल रहती थी। लोग कहते थे कि वह रात के समय आती और बच्चों को अपनी जाल में फंसा कर ले जाती थी। गांव वाले उस चुड़ैल से परेशान हो गए थे और उस चुड़ैल का डर लोगों के मन में बस चुका था। 

एक दिन गांव वालों ने उसे देखने और उसे पकड़ने की बहुत कोशिश की लेकिन किसी को भी वह चुड़ैल दिखाई नहीं दी। कई दिन बीत गए। 

एक दिन राजू नाम का बहादुर लड़का उस चुड़ैल को पकड़ने का निर्णय लेता है। राजू अपने दोस्तों को बुलाकर उन्हें इस चुड़ैल के बारे में बताता है तो उसके दोस्त राजू की बातों में हामी भर देते हैं और रात होते ही वह उस चुड़ैल के घर के पास चले जाते हैं और वहां पहुंचने के बाद वह लोग देखते हैं कि चुड़ैल बच्चों के साथ खेल रही थी। 

राजू ने अपने दोस्तों को संगठित किया और उसे पकड़ने का प्रयास किया। लेकिन चुड़ैल ने उन लड़कों को देख लिया और वहां से भागने का प्रयास किया लेकिन उसके दोस्तों की मदद से उसे पकड़ लिया। 

राजू ने जब चुड़ैल से पूछा कि तुम हमारे गांव के बच्चों को क्यों अपने साथ ले जाती थी तो चुड़ैल ने हंसते हुए राजू से कहा, कि मुझे छोटे बच्चों से बहुत लगाव है, लेकिन जब भी कोई बच्चा मुझे देखता था तो डर से भाग जाता था। इसलिए मैं बच्चों को लालच देकर भी अपने साथ ले जाती थी।

चुड़ैल का वास्तव में चारित्रिक और दिल बच्चों के लिए अति प्रिय था जो उसे बच्चों के साथ खेलने पर मजबूर कर रहा था। लड़कों ने उसे समझाया और उसे गांव वालों के लिए एक संदेश दिया कि चुड़ैल भी एक इंसान है और उसके साथ दया का बर्ताव करना चाहिए। 

गांववाले उसकी बात मान लिए और चुड़ैल को उनके समाज का हिस्सा बना लिया।


6. प्याज मांगने वाली चुडैल (Short Gohost Story in Hindi)

एक बार की बात है, एक गांव में जहां लोग खुशहाल और संपन्न थे, वहां एक रहस्यमय चुड़ैल भी रहती थी। लोग उसके बारे में कुछ नहीं जानते थे। सिर्फ यही सुना जाता था कि वह रात को आती और प्याज मांगती थी। अपने डर के कारण लोग रात को बाहर नहीं जाते थे और प्याज घर के बाहर ही रख देते थे। 

एक दिन गांव के एक युवक ने तय किया कि वह इस चुड़ैल का रहस्य सुलझाएगा। उसने अपने दोस्तों को साथ लिया और और रात के समय उस चुड़ैल के पीछे चला गया। धीरे धीरे वे चुड़ैल के घर के पास पहुंचे। उसका घर डरावना और भयंकर था। 

युवकों ने धैर्य बनाए रखते हुए उसका इंतजार किया। बहुत देर तक कुछ भी नहीं हुआ। तभी चुड़ैल की डरावनी आवाज सुनाई दी। वे देखते हैं कि चुड़ैल एक प्याज को लेकर अपने घर की ओर जा रही है। 

चुड़ैल ने रोते हुए आवाज में कहा, मुझे भूख लगी है। कृपया मुझे एक प्याज दें। युवकों ने हैरानी में चुड़ैल को ध्यान से देखा और वे देखते हैं कि चुड़ैल की आंखें गीली और धूप से चमक रही हैं। 

एक युवक ने बहादुरी से आगे बढ़ते हुए कहा, तुम प्याज मांगती हो, हमें तुमसे कोई डर नहीं है। चुड़ैल ने उसे धन्यवाद दिया और उसको देखते हुए उसे बताया कि वह प्राकृतिक रूप से भीख मांगने के लिए आती है कि वह एक प्राचीन वन्य जीव है जिसे प्याज खाने का शौक है। 

युवकों ने उसे प्याज दिया और वह खुशी खुशी वहां से चली गई। उस दिन के बाद से चुड़ैल कभी उन्हें परेशान नहीं किया। और लोग भी उसे डरने का कारण नहीं मानते थे। 

कहानी से सीख (Moral of the Story)

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें कभी कभी अपने प्राकृतिक रूप को समझने की आवश्यकता होती है और हमें अपने साथी जीवों की सहायता करनी चाहिए चाहे वह चुड़ैल ही क्यों न हो।


7. अच्छी चुड़ैल और बुरी चुड़ैल (Short Horror Story in Hindi)

एक छोटे से गांव के पास एक जंगल था। उस जंगल में एक चुडैल रहती थी। उसका नाम माया था। गांव पर जब भी मुसीबत पड़ती तो वह चुड़ैल उस मुसीबत को ठीक कर देती। 

माया गरीब गांववालों को अनाज भी देती थी। गांववाले फिर भी उस चुड़ैल को पसंद नहीं करते थे क्योंकि गांव वालों को नहीं पता था कि गरीब गांव वालों में वही अनाज बांटती है, क्योंकि वह अनाज बांटते वक्त अपना भेष बदल लेती थी। 

गांव वाले माया को जंगल से और गांव से भगाना चाहते थे, लेकिन उसी गांव के पास एक काले जंगल में एक बुरी चुड़ैल भी रहती थी। वह बुरी चुड़ैल कभी गांव वालों के जानवर ले जाती थी और कभी बच्चे भी उठा ले जाती थी। गांववाले चुड़ैल से बहुत ज्यादा तंग थे। पर चुड़ैल बहुत ज्यादा ताकतवर थी, इसलिए वे कुछ कर भी नहीं सकते थे। 

बुरी चुड़ैल रात होने पर गांव में आ जाती थी और जो बाहर दिखता उसे उठाकर ले जाती थी। 

एक दिन बुरी चुड़ैल दो बच्चों को उठाकर माया के जंगल के आगे से ले जा रही होती है। यह देखकर माया को बहुत गुस्सा आ जाता है। और वह उड़कर एकदम से बुरी चुड़ैल के सामने आ जाती है। यह देखकर बुरी चुड़ैल के होश उड़ जाते हैं। माया बुरी चुड़ैल से लड़ाई कर दोनों बच्चों को छुड़ा लेती है और उन बच्चों को गांव में छोड़ने चली जाती है। 

गांव में बच्चों के माता पिता दोनों बच्चों को ढूंढते ढूंढते पागल हो रहे थे कि इतने में चुड़ैल दोनों बच्चों को लेकर आ जाती है। दोनों माता पिता अपने बच्चों को पाकर बहुत खुश हो जाते हैं लेकिन वे सभी गांव वालों को बुला लेते हैं और चुड़ैल के मारने के लिए कहते हैं। 

वे कहते हैं, यह चुड़ैल हमारे बच्चों को उठा ले गई थी। मारो, इसको मारो, मारो। तभी बच्चे सभी गांववालों को सच बता देते हैं। बच्चों के माता पिता ने उस चुड़ैल का तहे दिल से धन्यवाद किया। 

लेकिन अब बड़ी चुनौती माया के सामने आ खड़ी हुई। माया बुरी चुड़ैल को मारने के लिए रात होने पर काले जंगल में गई। पूरी चुड़ैल वहीं बैठी थी। माया ने उसे युद्ध करने के लिए ललकारा और उन दोनों चुड़ैलों के बीच युद्ध शुरू हो गया। 

युद्ध बहुत देर तक चला और आखिर में माया ने बुरी चुड़ैल को अपनी अच्छी शक्तियों से हरा दिया।


8. ट्रेन की चुड़ैल दोस्त (Chudail Bhoot ki Story in Hindi)

राहुल नाम का एक लड़का जो कि ट्रेन में सफर कर रहा था तब उसकी मुलाकात एक सुंदर लड़की से हुई। उन्होंने बात की और लड़की ने उसे अपना मोबाइल नंबर दिया। 

कुछ दिनों बाद उस लड़की ने राहुल को फोन करके अपने घर आने का न्यौता दिया। राहुल उत्साहित होकर उसके घर पहुंचा। जैसे ही उसने दरवाजा खटखटाया, लड़की ने मुस्कुराते हुए दरवाजा खोला। 

अंदर दाखिल होते ही राहुल को कुछ अजीब लगने लगा और फिर अचानक लड़की की आंखें लाल हो गई और वह जोर जोर से हंसने लगी। उसने एक बड़ा चाकू निकाला और राहुल की ओर बढ़ने लगी। डर के मारे राहुल ने भागना शुरू कर दिया। किसी तरह वह दरवाजा खोलकर बाहर निकला और तेजी से भागते हुए अपने घर पहुंचा। 

उसने अपने कमरे का दरवाजा बंद किया और बिस्तर में दुबक गया। उसके माता पिता ने घबराकर पूछा क्या हुआ बेटा? राहुल ने कुछ नहीं बताया और चुपचाप सोने की कोशिश करने लगा। लेकिन उसकी आंखों में वह भयानक चेहरा अब भी घूम रहा था और वह जानता था कि वह लड़की कहीं उसके आस पास ही है। 

दुर्घटना के कुछ समय बाद राहुल को नौकरी नहीं मिल रही थी तो उसने पिज्जा डिलीवरी का काम शुरू कर दिया। 

एक दिन उसे एक अजीब से घर में पिज्जा देने जाना पड़ा। उसने दरवाजा खटखटाया। लेकिन कोई नहीं आया। जब वह पिज्‍जा दरवाजे के पास छोड़कर वापस जाने लगा तो उसे अंदर से किसी के मदद मांगने की आवाज सुनाई दी। 

डरते डरते वह वापस उस घर में गया और उसने देखा कि कुछ भूत एक आदमी को घेरकर खडे थे। राहुल ने हिम्मत जुटाकर उस आदमी का हाथ पकड़ा और उसे लेकर बाहर भागा। जब वे सुरक्षित जगह पहुंचे तो राहुल ने पीछे मुड़कर देखा कि वह आदमी भी एक भूत है। 

राहुल बहुत डर गया और उसने उस भूत को जोर से मुक्का मारा और फिर राहुल को उस भूत ने पकड़ लिया और फिर अचानक उसकी आंखें खुल गई। 

वह अपने बिस्तर पर था। पसीने से लथपथ उसने राहत की सांस ली क्योंकि वह तो बस एक बुरा सपना था और फिर वह नहाकर अपने काम पर लौट गया।


9. चुड़ैल का खजाना (Chudail Bhoot Wali Kahani)

समुद्र की अनजानी राहों पर एक नाव में सवार होकर राहुल और उसका एक एक दोस्त एक रोमांचक यात्रा पर निकले थे। उनकी मंजिल थी एक रहस्यमयी द्वीप, जिसके बारे में कई कहानियां सुनाई जाती थीं। इस द्वीप को खजाने का द्वीप भी कहा जाता था, लेकिन वहां एक खतरनाक चुड़ैल की भी कहानी जुड़ी हुई थी। 

द्वीप पर पहुंचते ही दोनों दोस्तों ने अपनी नाव किनारे पर खड़ी करी और जंगल की ओर बढ़ने लगे। धीरे धीरे जंगल घना होता चला गया और अजीब सी आवाज आने लगी। चलते चलते राहुल अपने दोस्त से बिछड़ गया। उसने चारों ओर देखा लेकिन कोई नजर नहीं आया। 

तभी उसे एक विशाल और प्राचीन पेड़ की ओर से एक आवाज सुनाई दी। वह उसे पुकार रही थी। उसने वहां जाकर देखा तो उसे एक पेड़ मिला जो कि जादुई पेड़ था, जो उसे पुकार रहा था। 

राहुल ने पेड़ के पास जाकर खुदाई की और उसे एक बक्सा मिला। बक्सा खोलते ही उसने देखा कि उसमें बेशकीमती खजाना भरा हुआ था। तभी अचानक एक भयानक चीख ने उसका ध्यान भंग किया। वह एक चुड़ैल के हंसने की आवाज थी। धीरे धीरे करके वह आवाज उसके पास आने लगी। 

जब उसने पीछे मुड़कर देखा तो उसे एक चुड़ैल दिखाई दी, जिसकी आंखें लाल थीं और चेहरा झुर्रियों से भरा था। चुड़ैल ने उसे जादू से जकड़ लिया और एक पिंजरे में बंद कर दिया और बोली, तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरे खजाने को छूने की। 

उसने उसे एक पिंजरे में बंद कर दिया। राहुल बहुत डर गया था, लेकिन उसने हार नहीं मानी थी। उसने अपनी सारी ताकत जुटाकर पिंजरे को तोड़ दिया और तलवार उठाकर चुड़ैल पर वार किया। 

चुड़ैल चिल्लाती हुई पीछे हट गई और उसके जादू कमजोर पड़ने लगे। राहुल ने एक और वार किया और इस बार चुड़ैल चीखते हुए पीछे हट गई।

राहुल जंगल में भागने लगा। चुड़ैल उसका पीछा कर रही थी लेकिन राहुल ने हिम्मत नहीं हारी। व भागते हुए अपने दोस्त के पास पहुँच गया। उसकी दोस्त ने उसे देखा। उनमें से एक दोस्त के पास एक पुरानी तलवार थी जिसे वह अपने साथ लाया था। 

उसने तलवार से चुड़ैल पर वार किया और चुड़ैल चीखते हुए भस्म हो गई। चुड़ैल के मरते ही राहुल और उसके दोस्तों ने खजाना समेटा और नाव पर सवार होकर द्वीप से दूर जाने लगे। 

इस तरह उन्होंने न केवल अपनी जान बचाई बल्कि खजाना भी सुरक्षित अपने साथ ले गए। उन्होंने अपने गांव लौटकर उस खजाने से एक नया और सुरक्षित जीवन शुरू किया।


10. मुर्गा वाली चुड़ैल की कहानी (Chudail ki Kahani in Hindi)

एक बार की बात है। रामगढ़ के पास एक छोटा सा जंगल था और उस जंगल में कहीं से एक चुडैल आ जाती है और वह मुर्गों की बलि देकर के बहुत ही शक्तिशाली बन जाती है। वह अपने शरीर को मुर्गे के अंदर डाल लेती है और रात में लोगों को मार देती थी। 

रामगढ़ के लोग बहुत ही ज्यादा परेशान हो गए थे और वह सोचते थे कि यह हमारे साथ क्या हो रहा है। यह कैसा मुर्गा है जो हमें मार रहा है। गांव के बूढ़े बुजुर्ग सब कोई बहुत ही ज्यादा चिंतित थे। वह चुड़ैल मुर्गे के रूप में आती और लोगों को मारना शुरू कर देती थी। 

लोगों को समझ में नहीं आता कि यह कैसा मुर्गा है और हमारे पकड़ में भी नहीं आता।

एक दिन रामू नाम का जो व्यक्ति था, जिसने हाल ही में तंत्र विद्या सीख रखा था। वह ध्यान लगाता है और देखता है कि यह क्या माजरा है। तब उसे दिखाई देता है कि वह कोई मुर्गा नहीं, एक बहुत ही भयावह चुड़ैल है जो गांव के लोगों को मुर्गे की आड़ में मार रही है। 

वह व्यक्ति इस बात को पूरे गांव के लोगों से बताता है। गांव के लोग यह बात सुनकर के डर जाते हैं और उनका हालत खराब होने लगता है। 

तभी रामू नाम का व्यक्ति उस चुड़ैल को अपने तंत्र साधना कर के पास बुलाता है। वह चुड़ैल आ जाती है, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं थी कि मैं इस गांव के लोगों को छोडूंगी। 

अभी चुड़ैल ना ना कर ही रही थी। तभी रामू जादूगर अपना जादुई खंजर निकालता है और मुर्गे का गला काट देता है। मुर्गा का गला काटते ही चुड़ैल अंदर से बाहर आ जाती है और मुर्गा गिर के नीचे मर जाता है। 

चुड़ैल अब अकेली हो जाती है। उसके पास छिपने का कोई जगह नहीं होता है। तुरंत ही रामू जादूगर उसे एक पोटली में बंद कर लेता है और बोलता है कि अब इसी पोटली में मरो। तुम्हारा अंत इसी पोटली में लिखा है। 

यह सुनकर के चुड़ैल बहुत ही रोने लगती है और बहुत ही पछताती है। लेकिन रामू जादूगर उसे ऐसी जगह रखता है कि वह अपने जीवन में कभी भी कैद से आजाद नहीं हो पाएगी।


तो दोस्तों, आपको यह Chudail ki Kahani in Hindi कैसी लगी हमें कमेंट में जरूर बताएं क्योंकि आपका विचार हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। और साथ ही इस पोस्ट को आप अपने दोस्तों को भी शेयर कीजियेगा।

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Rakesh Dewangan

मेरा नाम राकेश देवांगन है। Hindi Kahani ब्लॉग वेबसाइट पर मेरा उद्देश्य हिंदी में प्रेरक, मजेदार, और नैतिक कहानियों के माध्यम से पाठकों को मनोरंजन और शिक्षित करना है। मेरी कोशिश है कि मैं उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री प्रदान करूँ जो लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए। आपके समर्थन से, मैं अपने इस सफर को और भी रोमांचक और सफल बनाने की उम्मीद करता हूँ।

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