5 Heart-touching Motivational Story In Hindi: दिल छूने वाली प्रेरणादायक कहानियां 

हर किसी की ज़िन्दगी में मुश्किलें आती हैं, पर असली हीरो तो वही होते हैं जो उन मुश्किलों का सामना हिम्मत और धैर्य से करते हैं। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम एक ऐसी दिल छू लेने वाली प्रेरणादायक कहानियां (Heart-touching Motivational Story in Hindi) साझा कर रहे हैं जो न सिर्फ़ आपके दिल को छू जाएगी, बल्कि आपको नई ऊर्जा और साहस भी प्रदान करेगी। 

इन दिल को छूने वाली प्रेरणादायक कहानियां में शामिल है चौकीदार की कहानी, राजा और तोते की कहानी, एक सर की कहानी, और मरते हुए आदमी की दिलचस्प कहानी जो बताती है कि कैसे आप अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति और कड़ी मेहनत से अपनी ज़िन्दगी को बदल सकते हैं। 

तो आइए, इस प्रेरक कहानियों (motivational stories in Hindi) की यात्रा में शामिल हों और जानें कि कैसे असंभव को संभव बनाया जा सकता है।

5 Heart-touching Motivational Story in Hindi (दिल छूने वाली प्रेरणादायक कहानियां)

  1. चौकीदार की दिल को छूने वाली छोटी कहानी (Heart-touching Motivational Story in Hindi)
  2. राजा और तोते की प्रेरणादायक हिंदी कहानी छोटी सी (Short Emotional Motivational Story in Hindi)
  3. सफलता की प्रेरणादायक कहानी गल हिंदी (Success Heart-touching Motivational Story in Hindi)
  4. एक सर की मोटीवेशनल स्टोरी छोटी सी (Student Heart-touching Motivational Story in Hindi)
  5. मरते हुए आदमी की दिल छूने वाली कहानी (Suvichar Emotional Heart-touching Story in Hindi)

5 Heart-touching Motivational Story in Hindi (दिल छूने वाली छोटी कहानी)

तो दोस्तों, यह है वो 5 जबर्दस्त दिल को छूने वाली मोटीवेसनल स्टोरी इन हिंदी जिन्हे पढ़ने से आपके अंदर नए उत्साह और आत्मविश्वास भरेगी और आपको जीवन में आपके लक्ष्य की ओर आगे बढ़ने का हौंसला देगी।

1. चौकीदार की दिल को छूने वाली छोटी कहानी (Heart-touching Motivational Story in Hindi)

चौकीदार की दिल को छूने वाली छोटी कहानी (Heart-touching Motivational Story in Hindi)

एक आदमी बर्फ बनाने वाली कंपनी में काम करता था। एक दिन कारखाना बंद होने से पहले वह अकेला फ्रिज वाले कमरे का चक्कर लगाने गया तो गलती से दरवाजा बंद हो गया और वह अंदर बर्फ वाले हिस्से में फंस गया। छुट्टी का वक्त हो चुका था और सब काम करने वाले लोग घर जा रहे थे। 

किसी ने भी अधिक ध्यान नहीं दिया कि कोई अंदर फंस तो नहीं गया है। वह समझ गया कि दो तीन घंटे के बाद उसका शरीर बर्फ बन जाएगा। 

अब जब मौत सामने नजर आने लगी तो वह व्यक्ति भगवान को सच्चे मन से याद करने लगा। अपने कर्मों की क्षमा मांगने लगा और भगवान से कहने लगा कि प्रह्लाद को तुमने अग्नि से बचाया। अहिल्या को पत्थर से नारी बनाया प्रभु। अगर मैंने जिंदगी में कोई एक काम भी मानवता व धर्म का किया है तो तुम मुझे यहां से बाहर निकालो। 

मेरी बीवी बच्चे मेरा इंतजार कर रहे होंगे। उनका पेट पालने वाला इस दुनिया में सिर्फ मैं ही हूं। मैं पूरे जीवन आपके इस उपकार को याद रखूंगा। 

इतना कहते कहते उसकी आंखों से आंसू निकलने लगे। एक घंटे ही गुजरे थे कि अचानक फ्रीजर रूम में खट खट की आवाज हुई। दरवाजा खुला। चौकीदार भागता हुआ आया। उस आदमी को उठाकर बाहर निकाला और गर्म हीटर के पास ले गया। उसकी हालत कुछ देर बाद ठीक हुई तो उसने चौकीदार से पूछा आप अंदर कैसे आए?

चौकीदार बोला कि साहब मैं 20 साल से यहां काम कर रहा हूं। इस कारखाने में काम करते हुए हर रोज सैकड़ों मजदूर और ऑफिसर कारखाने से आते जाते हैं मैं देखता हूं, लेकिन आप उन कुछ लोगों में से हैं जो जब भी कारखानों में आते हो तो मुझसे हंसकर राम राम जरूर करते हो और हालचाल पूछते हो। और निकलते हुए आपका राम राम काका कहना मेरे सारे दिन की थकावट को दूर कर देता है। जबकि अकसर लोग मेरे पास से यू ही गुजर जाते हैं जैसे मैं हूं ही नहीं। 

आज हर दिन की तरह मैंने आपका आते हुए अभिवादन तो सुना लेकिन राम राम काका सुनने के लिए इंतजार करता रहा। जब ज्यादा देर हो गई तो मैं आपको तलाश करने चल पड़ा कि कहीं आप किसी मुश्किल में न फंसे हो। 

आदमी हैरान हो गया कि किसी को हंसकर राम राम कहने जैसे छोटे काम की वजह से आज उसकी जान बच गई। 

कहानी का सीख (Moral of the Story)

दोस्तो, मीठे बोल बोलो संवर जाओगे। सबकी अपनी जिंदगी है। यहां कोई किसी का नहीं खाता। जो दोगे औरो को वही वापस लौट कर आता है। जब भी किसी से बात करें, सदैव प्रसन्नता विनम्रतापूर्वक बात करें। चाहे कोई आपसे पद में छोटा हो या बड़ा हो। बिना भेदभाव के सब से एक ही तरह प्रेमपूर्वक बात करें। 


2. राजा और तोते की प्रेरणादायक हिंदी कहानी छोटी सी (Short Emotional Motivational Story in Hindi)

राजा और तोते की प्रेरणादायक हिंदी कहानी छोटी सी (Short Emotional Motivational Story in Hindi)

बहुत समय पहले हरिशंकर नाम का एक राजा था। उसके तीन पुत्र थे और अपने उन तीनों पुत्रों में से वह किसी एक पुत्र को राजगद्दी सौंपना चाहता था। पर किसे? 

राजा ने एक तरकीब निकाली और उसने तीनों पुत्रों को बुलाकर कहा, अगर तुम्हारे सामने कोई अपराधी खड़ा हो तो तुम उसे क्या सजा दोगे? पहले राजकुमार ने कहा कि अपराधी को मौत की सजा दी जाए, तो दूसरे ने कहा कि अपराधी को काल कोठरी में बंद कर दिया जाए। तब तीसरे राजकुमार की बारी थी तो उसने कहा कि पिताजी सबसे पहले यह देख लिया जाए कि उसने गलती की भी है या नहीं। 

इसके बाद उस राजकुमार ने एक कहानी सुनाई। किसी राज्य में एक राजा हुआ करता था। उसके पास एक सुंदर सा तोता था। वह तोता बड़ा बुद्धिमान था। उसकी मीठी वाणी और बुद्धिमता की वजह से राजा उसे हमेशा बहुत खुश रखता था। 

एक दिन की बात है कि तोते ने राजा से कहा कि मैं अपने माता पिता के पास जाना चाहता हूं। वे जाने के लिए राजा से विनती करने लगा। तब राजा ने उससे कहा कि ठीक है पर तुम्हें पांच दिन में वापस आना होगा। 

वह तोता जंगल की ओर उड़ चला। अपने माता पिता से जंगल में मिला और खूब खुश हुआ। ठीक पाँच दिनों के बाद जब वह वापस राजा के पास जा रहा था तब उसने एक सुंदर सा उपहार राजा के लिए ले जाने का सोचा। वह राजा के लिए अमृतफल ले जाना चाहता था। 

जब अमृत फल के लिए पर्वत पर पहुंचा तब तक रात हो चुकी थी। उसने फल को तोड़ा और रात वहीं गुजारने का सोचा। वह सो रहा था कि तभी एक सांप आया और उस फल को खाना शुरू कर दिया। सांप के जहर से वह फल भी विषाक्त हो चुका था। 

जब सुबह हुई तब तोता उड़कर राजा के पास पहुंच गया और कहा, राजन्! मैं आपके लिए अमृत फल लेकर आया हूं। इस फल को खाने के बाद आप हमेशा के लिए जवान और अमर हो जाएंगे। तभी मंत्री ने कहा, महाराज, पहले फल देख भी लीजिए कि फल सही भी है या नहीं। 

राजा ने बात मान ली और फल में से एक टुकड़ा कुत्ते को खिला दिया। कुत्ता तड़प तड़प कर मर गया। राजा बहुत क्रोधित हुआ और अपनी तलवार से तोते का सिर धड़ से अलग कर दिया। राजा ने वह फल बाहर फेंक दिया। कुछ समय बाद उसी जगह पर एक पेड़ उगा। राजा ने सख्त हिदायत दी कि कोई भी इस पेड़ का फल न खाए क्योंकि राजा को लगता था कि वे अमृत फल विषाक्त होते हैं और तोते ने यही फल खिलाकर उसे मारने की कोशिश भी की थी। 

एक दिन एक बूढ़ा आदमी उसी पेड़ के नीचे विश्राम कर रहा था। उसने एक फल खाया और वह जवान हो गया क्योंकि उस वृक्ष पर उगे हुए फल विषाक्त नहीं थे। जब इस बात का पता राजा को चला तो उसे बहुत ही पछतावा हुआ। उसे अपनी करनी पर लज्जा हुई। 

तीसरे राजकुमार के मुख से यह कहानी सुनकर राजा बहुत ही खुश हुआ और तीसरे राजकुमार को सही उत्तराधिकारी समझते हुए उसे ही अपने राज्य का राजा चुना। 

कहानी का सीख (Moral of the Story)

दोस्तो, इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि किसी भी अपराधी को सजा देने से पहले यह देख लेना चाहिए कि उसकी गलती है भी या नहीं। कहीं भूलवश आप किसी निर्दोष को तो सजा देने नहीं जा रहे हैं। 


3. सफलता की प्रेरणादायक कहानी इन हिंदी (Success Heart-touching Motivational Story in Hindi)

सफलता की प्रेरणादायक कहानी इन हिंदी (Success Heart-touching Motivational Story in Hindi)

कहा जाता है कि हुनर, लगन और मेहनत ये तीन ऐसी चीजें हैं जो रंक को राजा, माटी को सोना और कोयले को हीरा बना सकती है। हमारे सामने कई ऐसी सच्ची घटना सुनने में आती है जिनमें एक छोटा सा इंसान बहुत बड़ा काम कर जाता है। ऐसी एक सच्ची घटना आपको मैं इस स्टोरी के माध्यम से बताने जा रहा हूं। 

सैरी अमेरीका के एक छोटे से शहर कोलो में रहती है। सैरी 2005 में एक साधारण सी ग्रिहणी (housewife) थी और कभी सोचा भी न था कि एक दिन वह शहर के सबसे अमीर लोगों में गिनी जाएगी। 

यह बात गर्मियों के दिनों की है। सैरी जब जूते पहनकर बाहर जाती थी तो जूते पसीने से भीग जाते थे। उन्हे बहुत बुरा लगता था। एक दिन घर में खाली बैठे उन्हें अचानक से एक आइडिया आया और उन्होंने पूरे घर के जूते इकट्ठे किए और सोचा कि क्यों ना इनसे थोड़ी हवा पास के लिए छेद कर दिया जाए, जिसमें कुछ नया फैशन भी लगेगा और पैरों को भी आराम मिलेगा। 

यही सोचकर सैरी ने कुछ जूतों में ऊपर से कुछ छेद कर दिए जो बहुत आरामदायक थे। सैरी कला में निपुण थी इसलिये उसने जूतों को कुछ इस तरह का लुक दिया कि वह देखने में बुरे भी ना लगे और पैरों को भी आराम मिले। 

शाम को जब उनके पति घर लौटे तो सैरी ने अपनी कला उन्हें दिखाई। देखते ही उनके पति की आंखें चमक उठी क्योंकि वह एक लाजवाब कला थी और अचानक दिमाग में एक आइडिया आया कि क्यों ना इसी तरह के जूते और चप्पलों का बिजनेस किया जाए। 

बस उसी दिन एक मिलेनियर बिजनेस (Millionaire Business) की नींव की पत्थर रखी गई। 

धीरे धीरे वह ऐसे जूते मार्केट में ले जाकर बेचने लगे और अच्छी इनकम होने लगी। लोग उनके प्रोडक्ट खूब पसंद करने लग रहे थे। गर्मियों के अंत तक उन्होंने एक वेबसाइट लॉन्च कर दी जहां से वह ऑनलाइन जूते सप्लाई करने लगे और धीरे धीरे उन्होंने अपनी खुद की एक छोटी सी कंपनी खोल दी, जहां काफी सारे मजदूर काम किया करते थे और सैरी और उनके पति मार्केटिंग किया करते थे। 

सैरी को खुद इसकी उम्मीद नहीं थी कि उनकी कंपनी एक साल के अंदर 10 बिलियन यानी करीब 65 करोड़ का प्रॉफिट कमा लेगी और उन्हें बना देगी शहर का सबसे अमीर इंसान। और आज भी मार्किट में उनके जूतों की अच्छी सेल है क्योंकि यह न सिर्फ फैशनेबल है बल्कि काफी आराम दायक भी है। 

कहानी का सीख (Moral of the Story)

मित्रो, कई बार जीवन में जरूरी नहीं है कि पैसा कमाने और आगे बढ़ने के लिए सिर्फ बड़ी डिग्रियों की जरूरत है। कुछ लोग कूड़े से ही बड़ी बड़ी मशीन बना देते हैं। जेम्स वॉट (James Watt) ने केतली की भाप को देकर रेल का इंजन बनाया, जबकि वह बेचारा बिना पढ़ा लिखा था। 

इसलिए कहते हैं कि अपने हुनर का इस्तेमाल करो तो माटी भी सोना बन जाती है। दोस्तो, आप भी अपने हुनर के माध्यम से कुछ ऐसा करने की कोशिश अवश्य करें। 


4. एक सर की मोटीवेशनल स्टोरी छोटी सी (Student Heart-touching Motivational Story in Hindi)

एक सर की मोटीवेशनल स्टोरी छोटी सी (Student Heart-touching Motivational Story in Hindi)

एक बार की बात है, एक कक्षा में गुरुजी अपने सभी छात्रों को समझाना चाहते थे कि प्रकृति सभी को समान अवसर देती है और उस अवसर का इस्तेमाल करके आप अपना भाग्य खुद बना सकते हैं। 

इसी बात को ठीक तरह से समझाने के लिए गुरुजी ने तीन कटोरे लिए। पहले कटोरे में आलू रखा, दूसरे कटोरे में अंडा और तीसरे कटोरे में चाय की पत्ती डाल दी। अब तीनों कटोरे में पानी डालकर उनको गैस पर उबलने के लिए रख दिया। सभी छात्र ये सब देखकर हैरान हो रहे थे, लेकिन किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था। 

20 मिनट के बाद जब तीनों बर्तन में उबाल आने लगे तो गुरुजी ने सभी कटोरे को नीचे उतारा और आलू, अंडा और चाय को बाहर निकाला। अब उन्होंने सभी छात्रों से तीनों कटोरे को गौर से देखने के लिए कहा। अभी भी किसी छात्र को कुछ समझ नहीं आ रहा था। 

आखिर में गुरुजी ने एक बच्चे से तीनों को स्पर्श करने के लिए कहा। जब छात्र ने आलू को हाथ लगाया तो पाया कि आलू जो पहले से काफी कठोर था, वह पानी में उबलने के बाद काफी मुलायम हो गया था। जब छात्र ने अंडे को हाथ में उठाया तो देखा जो अंडा पहले बहुत नाजुक था वह पानी में उबलने के बाद और कठोर हो गया है। 

अब बारी थी चाय के कप को उठाने की। जब छात्र ने चाय के कप को उठाया तो देखा चाय की पत्ती ने गर्म पानी के साथ मिलकर अपना रूप बदल लिया था और वह चाय बन चुकी थी। 

अब गुरुजी ने सभी छात्र को समझाया, हमने तीन अलग अलग चीजों को समान विपत्ति से गुजारा है। यानी कि तीनों को समान रूप से पानी में उबाला, लेकिन बाहर आने पर तीनों चीजे एक जैसी नहीं मिली। 

आलू जोकि पहले से बहुत कठोर था वह मुलायम हो गया, अंडा जो कि पहले बहुत ही मुलायम था वह बहुत कठोर हो गया और चाय की पत्ती ने अपना रूप बदल लिया। 

यही बात इंसान की जिंदगी पर भी लागू होती है। सभी को समान अवसर मिलते हैं और समान मुश्किलें आती हैं। लेकिन ये पूरी तरह आप पर निर्भर है कि आप परेशानी का सामना कैसे करते हैं और मुश्किल दौर से निकलने के बाद आप क्या बनते हैं।

कहानी की शिक्षा (Moral of the Story)

जीवन में सभी को समान अवसर और विपत्तियाँ मिलती हैं, लेकिन ये हम पर निर्भर करता है कि हम उन कठिनाइयों का सामना कैसे करते हैं और उनसे क्या सीखते हैं। अपने दृष्टिकोण और प्रतिक्रिया के आधार पर हम अपने भविष्य को आकार दे सकते हैं।


5. मरते हुए आदमी की दिल छूने वाली कहानी (Suvichar Emotional Heart-touching Story in Hindi)

मरते हुए आदमी की दिल छूने वाली कहानी (Suvichar Emotional Heart-touching Story in Hindi)

एक दौलतमंद इंसान ने अपने बेटे को वसीयत देते हुए कहा, बेटा मेरे मरने के बाद मेरे पैरों में ये फटे हुए मोजे यानी जुराब पहना देना। मेरी इच्छा जरूर पूरी करना। पिता के मरते ही नहलाने के बाद बेटे ने पंडित जी से पिता की आखिरी इच्छा बताई। 

पंडित जी ने कहा हमारे धर्म में कुछ भी पहनाने की इजाजत नहीं है। पर बेटे की जिद थी कि पिता की आखिरी इच्छा अवश्य पूरी होनी चाहिए। बहस इतनी बढ़ गई कि शहर के पंडितों को जमा किया गया, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। 

इसी मोहल्ले में से एक व्यक्ति आया और आकर बेटे के हाथ में पिता का लिखा हुआ खत दिया, जिसमें पिता की नसीहत लिखी थी – 

“मेरे प्यारे बेटे देख रहे हो दौलत, बंगला, गाड़ी, बड़ी बड़ी फैक्ट्री, और फार्म हाउस के बाद भी मैं फटा हुआ मोजा तक अपने साथ नहीं ले जा सकता। एक रोज तुम्हें भी मृत्यु आएगी। होशियार हो जाओ। तुम्हे भी एक सफेद कपड़े में ही जाना पड़ेगा। लिहाजा कोशिश करना पैसों के लिए किसी को दुख मत देना। गलत तरीके से पैसा न कमाना। धन को धर्म के कार्य में ही लगाना। 

सबको यह जानने का हक है कि शरीर छूटने के बाद सिर्फ कर्म ही साथ जाएंगे। लेकिन फिर भी आदमी तब तक धन के पीछे भागता रहता है, जब तक उसका निधन नहीं हो जाता। 

बेटा, कुछ बातों को हमेशा याद रखना। जैसे जो आपसे दिल से बात करता है, उसे कभी दिमाग से जवाब मत देना। एक साल में 50 मित्र बनाना आम बात है, लेकिन 50 साल तक एक मित्र से मित्रता निभाना खास बात है। 

एक मिनट में जिंदगी नहीं बदलती पर एक मिनट सोचकर लिखा फैसला पूरी जिंदगी बदल सकती है।” 

कहानी की शिक्षा (Moral of the Story)

जीवन में दौलत और भौतिक वस्तुएं अंततः हमारे साथ नहीं जातीं। मृत्यु के बाद केवल हमारे कर्म ही हमारे साथ होते हैं। इसलिए, हमें सही मार्ग पर चलते हुए, धन को अच्छे कार्यों में लगाना चाहिए और जीवन में अच्छे रिश्ते और मित्रता को महत्व देना चाहिए।


तो दोस्तों, आपको यह heart-touching motivational story in Hindi कैसी लगी हमें कमेंट में जरूर बताएं क्योंकि आपका विचार हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। और साथ ही इस पोस्ट को आप अपने दोस्तों को भी शेयर कीजियेगा।

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Rakesh Dewangan

मेरा नाम राकेश देवांगन है। Hindi Kahani ब्लॉग वेबसाइट पर मेरा उद्देश्य हिंदी में प्रेरक, मजेदार, और नैतिक कहानियों के माध्यम से पाठकों को मनोरंजन और शिक्षित करना है। मेरी कोशिश है कि मैं उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री प्रदान करूँ जो लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए। आपके समर्थन से, मैं अपने इस सफर को और भी रोमांचक और सफल बनाने की उम्मीद करता हूँ।

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